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पहल शक्ति का महत्व व इसे कैसे विकसित करें

पहल शक्ति का महत्व व इसे कैसे विकसित करें
Written by Medhaavi Mishra

पहल शक्ति यानि की किसी भी काम को करने में पहल करना मतलब की काम करने में आगे होना।
अगर हम लीडरशिप की बात करें तो यह गुण पहल शक्ति सबसे आगे आता है। पहल शक्ति के बिना कोई भी व्यक्ति कभी भी किसी भी क्षेत्र में लीडर नहीं बन सकता ।

पहल शक्ति का महत्व व इसे कैसे विकसित करें

समस्याओं को सुलझाने व लोंगों की परेशानी को अपना समझकर उन्हें हल करने की कोशिश न करने वाले को लोग कभी भी लीडर के रूप में नहीं स्वीकारते है ।

बहुत देर से लिया गया सही निर्णय भी गलत हो जाता है।

एक अच्छा लीडर हमेशा फैसले लेने में आगे रहता है और गलति होने पर उसे स्वीकारने में भी आगे रहता है।

जैसा की अमेरीका के पूर्व राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन जी ने कहा है ‘‘सब्र करने को वाले को अवश्य ही कुछ मिलता है, लेकिन केवल उतना ही जितना आगे तेजी से चलने वाले लोग छोड़ जाते हैं । “

वे जानते हैं कि वे जितनी अधिक गलतियाँ करेंगे उतनी तेजी से वे सीखेंगे और जितनी तेजी से वे सीखेंगे उतनी तेजी से वे सफल होंगे।

यदि आप लीडर बनकर महान चीज़े हासिल करना चाहते हैं, तो पहल करने और जोखिम उठायें बिना आप यह नहीं कर सकते ।

अब सबसे पहले हम वह जान लेते हैं कि यह पता कैसे लगायें की आप में पहल करने की आदत है या नहीं ।

आपके यह लक्षण बताते हैं कि आपमें पहल शक्ति की कमी है।

  • आप काम करने में हिचकिचाते हैं ।
  • हर छोटे छोटे काम करने के लिए दूसरों की सलाह लेते हैं।
  • जब भी कोई महत्वपूर्ण कार्य होता है तो आपको लगता है आप इसे अच्छे से नहीं कर पायेंगें इसलिए आप अपने साथ किसी ऐसे व्यक्ति को लेकर जाते हैं जो आपको लगता है आपसे बेहतर काम कर सकता है
  • आप जोखिम लेने से घबराते हैं।
  • आप अवसर में मौजूदा संभावना को नहीं देख पाते हैं।
  • आप इस बात का इंतजार करते रहते हो कि सही समय आने पर आप अपना कार्य करोगे । आप अवसर का इंतजार करते रहते हो न कि अवसर की खोज करते हो।
  • आप योजनायें बनाते रहते हो और आपकी योजनायें कागज पर ही रहती हैं।
  • आप अपने आरामदायक छेत्र से बाहर नहीं निकलते हो और न निकलना चाहते हो।
  • आप हर समय सुरिक्षित खेल खेलना चाहते हो।

पहल शक्ति बढ़ाने के लिए यह करें –

  • यह याद रखें कि 99 % लोंगों को यह पता होता है कि उन्हें क्या करना है लेकिन 1 % से भी कम लोग उस कार्य को पूरा करते हैं। – अज्ञात
  • इस लिए किसी काम के बारे में योजना बनाने या उसके बारे में विचार करते रहने मात्र से कुछ नहीं होने वाला है। आपको अपने घर से बाहर निकलकर मैदान में उतारना होगा।
  • अवसर आने को इंतजार न करें । यह सोच कर न बैठैं रहें कि अवसर खुद आकर आपका दरवाजा खटखटाएगा । बल्कि अपने घर के बाहर निकलकर अवसर की खोज करें ।
  • जैसा कि किसी ने कहा था, नहाते समय हर किसी के मन में कोई न कोई महान विचार आता है । लेकिन बहुत ही कम लोग होते हैं जो बाथरूम से बाहर निकलकर, अपना ष्षरीर पोंछते हैं और उस विचार को लेकर कुछ करते हैं।
  • आप आज जहाँ हो वहाँ से आगे बढ़ने के लिए आपको पहल करनी होगी । आपको कोई न कोई साहसिक कदम उठाना ही पड़ेगा।

आइये अब जानते उन लोगों के बारे में जिन लोगों में पहल शक्ति होती है वह कैसे होते हैं ।

पहल शक्ति अच्छी रखने वाले लोग अधिक जोखिम लेते हैं

-अच्छे लीर्डस को यह पता होता है कि पहल न करने की भी एक कीमत चुकानी पड़ती है।
पहल करने वाले लोग गलतियाँ अधिक करते हैं।
“ सफल होने का तरीका है अपनी असफलता की दर को बड़ा देना है ‘‘

पहल करने वाले और तेजी से आगे बढ़ने वाले लोग असफल भी तेजी से होते जाते हैं परंतु वे अपनी असफलता से घबराते नहीं है क्योंकि वे जानते हैं कि व्यक्ति असफल तभी होता है जब वह काम करना बंद कर देता है ।
सफलता के रास्ते में मिलने वाली असफलता को वे एक स्टॉप मानकर चलते हैं ।

पहल करने वाले लोगों के साथ बुरी बात यह होती है कि वे असफल अधिक बार हो जाते हैं । परंतु उनके साथ अच्छी बात यह होती है कि वे बड़े से बड़े काम कर जाते हैं।

वे यह जानते हैं कि संभावना जितनी बड़ी होती है, असफलता की आशंका भी उतनी ही अधिक होती है।

रॉबर्ट केनेडी ने कहा था ‘‘ जिन लोगों में बड़े पैमाने पर असफल होने का साहस होता है, केवल वही बड़े पैमाने पर सफलता हासिल कर सकते हैं। ‘‘

वे खुद को काम करने में लगाते हैं ।

पहल करने वाले लोगों को काम करने के लिए दूसरे लोगों की प्रेरणा की जरूरत नहीं होती है। वे जानते हैं कि उन्हें स्वयं से काम कैसे करवाना है। वे अपने आप को आरामदायक महौल से बाहर लाते हैं और खुद को काम करने के लिए लगाते हैं।

वे स्वयं से खुद को प्रेरित करना जानते है। वे उन सिर्फ बातें करने में नहीं बल्कि काम को अंजाम देने में विश्वास रखते हैं।

पहल शक्ति के बिना आप घर के बाहर कदम नहीं रख सकते हो।

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