आज के विषय में हम जानेंगे कि किस तरह से हम अपने मन को काबू में रखकर खुद के मस्तिष्क को एक जगह पर केन्द्रित करके पढ़ाई – लिखाई में मन लगा सकते हैं ।
अक्सर होता है कि हम जब भी पढ़ाई करने के लिये मन बनाते हैं तब यह मस्तिष्क ना जाने हमें कौन – सी दुनियाँ की सैर कराने के लिये निकल पड़ता है। यह एक जगह पर स्थिर ना रहते हुये विचलित करता रहता है और हम पढ़ सकने में अक्षम हो जाते हैं. आज के इस खास विषय में हम जानेंगे कि किस तरह हम खुद को पढ़ाई के लिये मन को एक जगह केन्द्रित कर सकते हैं ।
मन कभी एक जगह तो कभी दूसरी जगह हमें घुमाता फिरता है लेकिन नीचे दी जा रही बातों को ध्यान में रखते हुये आप अचल मन पर विजय पा सकते हैं। और तो और , अच्छे नंबरों के साथ परीक्षा में उत्तीर्ण होकर अपने माता – पिता का दिल भी जीत सकते हैं। कृपया नीचे दी जा रही बातों को ध्यानपूर्वक पढ़ें –:
टाइम टेबल बनायें :-
पिछले आर्टिकल में हमने यह स्पष्टरूप से जाना कि एक सफल विद्यार्थी को टाइम टेबल कैसे बनाना चाहिये? इसकी सहायता से आप अपने मन पर काबू पा सकते हैं।
इसकी सहायता से आप खुद को अनुशासन में ढालते हैं और साथ ही यह आपको सही समय पर सही कार्य करने की आदत डालता है। इसकी वजह से आप निम्न समस्याओं से निजात पा सकते हैं -:
* पढ़ाई – लिखाई में मन ना लगना ।
* जो पढ़ा है वह समझ में ना आना।
* कैसे पढ़ें या कहाँ से शुरुआत करें – के विषय में पता ना होना ।
* मन को पढ़ाई में स्थिर ना कर पाने की दशा से ।
* पढ़ाई से कतराना और झूठी घबराहट का सहारा लेना ।
ठीक से नींद लें -:
मन व्यर्थ की चिंताओं में ज्यादा डूबा रहता है। यह स्वयं भी कुछ समय के लिये चिंता रहित रहना चाहता है। इसलिये समय पर नींद लें और अपने मस्तिष्क को चिंतामुक्त होने दें।
स्वस्थ मस्तिष्क व्यर्थ के विचारों से हीन होता है और हम इसे एक जगह स्थिर कर पढ़ाई में लगा सकते हैं। इसलिये यदि संभव हो सके तो पूर्ण नींद लें ताकि आप खुद को ज्यादा तरोताजा महसूस कर सकें। पर्याप्त नींद आपके मस्तिष्क की क्षमता बढ़ाने का कार्य करती है।
चिंतामुक्त बनें :-
नकारात्मक ऊर्जा हमें व्यर्थ के विचारों में उलझाकर रखती है। कई बार हमारा मस्तिष्क हमसे कई ऐसे सवाल करता है जिनके प्रश्नों के जवाब दिये बिना ही हम एक अन्य कार्य में व्यस्त हो जाते हैं जिसकी वजह से हमारा मस्तिष्क तनावपूर्ण हो जाता है।
इस समस्याओं से निजात पाने के लिये आपको खुद को कुछ समय के लिये अपनेआप से प्रश्न पूछने होगें और उन्हें सुलझये बिना आप कभी भी चिंतामुक्त नहीं बन सकते हैं। इसलिये खुद को समय दीजिये ।
स्वस्थ खाना खायें :-
एक शोध के अनुसार यह माना गया है कि आपके खाने का असर आपके मस्तिष्क पर पड़ता है। इसलिये अपने खाने का चुनाव भी करें।
पालक, ब्लूबैरी , ब्रोकोली , पत्तेदार सब्जियाँ , चोकलेट , इत्यादि का सेवन करने से हमारे मस्तिष्क – शक्ति पर गहरा असर पड़ता है। इसलिये स्वस्थ खाने का असर आपके मस्तिष्क पर गहरा असर डालता है।
खुद को शाबासी दें :-
कई बार हमारा मस्तिष्क सिर्फ इसलिये भी हीन भावना का शिकार हो जाता है क्योंकि यह प्रेरणाहीन होता है। प्रेरणा से मस्तिष्क शक्ति को बढावा मिलता है और इसकी एक जगह पर स्थिर रहने की क्षमता का विकास होता है। परीक्षाओं पर खुद को पुरुस्कृत करें। यदि यह कार्य आपके पिताजी या घर का का कोई अन्य सदस्य करे तब और भी बेहतर होगा।
ध्यान रहे पढ़ाई के वक्त कोई भी व्यवधान ना हो :-
कई बार हम पढ़ने के लिये बैठते हैं और बीच में पानी के लिये या अन्य किसी सामग्री के लिये पढ़ाई छोड़कर उठ जाते हैं। इस प्रकार के कार्यों से हम अपनी मस्तिष्क की केन्द्रीय शक्ति का शोषण कर देते हैं और दिमाग को स्थिर नहीं रख पाते हैं । पढ़ाई शुरु करने के पहले पढ़ाई संबंधी सारी चीजों को एक जगह पर रख लें ताकि बार बार उठना ना पडे़ ।
माहौल चुनें :-
यह एक बहुत ही आवश्यक बिंदु है। पढ़ाई के लिये निश्चय ही एक सही माहौल का होना अति आवश्यक है। यदि आप पूजा करते हों तब आपको अपने कक्ष में नित्य अगरबत्ती और कपूर जलाना चाहिये चाहिये। इससे नकारात्मक ऊर्जा का क्षय होता है और मन शांत रहता है।
साथ ही , यह भी याद रखें , पढ़ने का स्थान कक्ष का कोना नहीं होना चाहिये। यह नकारात्मकता का श्रोत होता है। शोर से दूर होना चाहिये और किसी भी प्रकार की बाधाओं से परे होना चाहिये।
इंटरनेट और मोबाईल से दूर रहें :-
इंटरनेट ,मोबाइल या अन्य किसी भी प्रकार का इलेक्ट्रॉनिक उपकरण आपके मस्तिष्क को भटकने में मदद कर सकता है। इसलिये पढ़ाई करते वक्त यदि आप इन प्रकार के उपकरणों से दूर रहें तब यह अत्यधिक श्रेष्ठ होगा। पढ़ाई के वक्त आपको हर तरह के डिस्टर्बेंस से बचना होगा।
मन को स्थिर रखना क्यों जरूरी है – जानें :
यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण बिंदु है। दरअसल , हमें सबसे पहले यह जानने की जरूरत है कि आखिर क्यों चीजों पर फोकस रखना जरूरी है। मन को स्थिर रखने के फायदों को एक पेज पर लिख लें और हर रोज उन्हें पढ़ें। यह भी मस्तिष्क शक्ति को बढ़ाने के उपायों में से एक है।
सर्वप्रथम कठिन विषय पढ़ें :-
जब भी आप पढ़ने के लिये बैठते हो तब आप सबसे ज्यादा तरोताजा होते हो। इसलिये इस समय यदि आप उन विषयों को पहले पढ़ लें जो ज्यादा कठिन है तो यह और भी ज्यादा श्रेष्ट साबित होगा।
साधना या योग :-
मन को एक जागह स्थिर करने का सबसे आसान तरीका है खुद को कुछ समय के लिये साधना या योग में तल्लीन कर देना। साधना के द्वारा हम मन की शक्तियों को मजबूत बना सकते हैं।
मनपसंद म्युजिक सुनें :-
कई बार हम यह महसूस करते हैं कि ज्यादा शोर कि वजह से हमारी पढ़ाई में बाधा आ रही होती है। शोर में भी ध्यान को केन्द्रित करने का आसान तरीका है- अपना मनपसंद म्यूज़िक सुनें ।
उपर दिये गये प्रत्येक बिंदुओं को ध्यान में रखकर आप भी अपनी मस्तिष्क शक्ति को श्रेष्ठ और मजबूत बना सकते हैं। यह सारे बिंदु किसी भी विद्यार्थी के लिये महत्वपूर्ण साबित हो सकते है यदि वह इन बिंदुओं पर अमल करे तो !